नवडीहा गाँव अंतर्गत किसान सानिया उराँव, इसके परिवार में कोई स्थायी रोजगार वाले व्यक्ति नही हैं, इनके परिवार में कुल 06 स्दस्य हैं और परिवार पूरी तरह खेती पे आश्रित है| लेकिन वो सभी मौसम में खेती करने के लिए सक्षम नही थे, बस बारिश के पानी के भरोसे खेती करते थे जिससे काफी बार हानि का सामना करना पड़ता था| लाभुक चाहता था कि कुआँ बनाये लेकिन बजट नही होने के कारण कुआँ नही बनवा सका| इसके बाद गाँव में JTDS की ग्राम सभा में शामिल होने पर उसे कूप निर्माण के बारे में जानकारी मिली|
अंततः ग्राम सभा से उसे एक कूप प्राप्त हुआ | इसके बाद उसने कूप के पानी से गेंहू, मक्का, नेनुवा, झींगी का खेती शुरू किया| इस दौरान उसे आदिवासी सशक्तिकरण परियोजना की ओर से कृषि सम्बन्धी जानकारी भी मिलती रही| अब सानिया उराँव कुँए से वर्ष भर में दो तीन फसल की खेती कर लेते है| इनका परिवार अब सिचाई के मामले में संतुष्ट दिख रहां है|